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Tuesday, January 29, 2008

मुझे ठीक सुनाई नहीं दिया

एडिलेड: आखिरकार बीसीसीआई ने प्रतिष्ठा की लड़ाई जीत ली है। हरभजन सिंह को आईसीसी के अपीलीय जज जॉन हैनसन ने नस्लीय टिप्पणी के आरोप से दोषमुक्त कर दिया गया है। इसमें बोर्ड ने हर संभव प्रयास किया। पहले ब्रेड हॉग के खिलाफ की गई शिकायत वापस लेकर मेजबान पर नैतिक दबाव बनाया,फिर बोर्ड के प्रमुख अधिकारी आईएस बिंद्रा ने ऑस्ट्रेलिया पहुंच क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया(सीए) और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से मुलाकात कर उनसे भज्जी के खिलाफ लगे आरोपों को हटाने का आग्रह किया।bindra

इस पर भी उसे अपनी बात बनने में शंका हुई तो उसने सोमवार को फिर सिरीज से लौटने की धमकी का भी सहारा ले डाला। भज्जी मामले में आज के घटनाक्रम में एक नजर:

सायमंड्स का यू टर्न : symondsइस मामले में चौकाने वाली बात यह रही कि भज्जी पर नस्लभेद का आरोप लगाने वाले एंड्र्यू सायमंड्स ने न्यायमूर्ति हेंसन के सामने कहा कि वास्तव में उन्हें कुछ साफ-साफ सुनाई नहीं दिया था। सुनवाई के दौरान स्टंप माइक्रोफोन के स्क्रिप्ट को पेश करने की जरूरत ही महसूस नहीं की गई।

धारा 3.3 के बदले की गई धारा 2.8 के तहत कार्रवाई : हरभजन पर आईसीसी की कठोर धारा 3.3 के बदले नरम धारा 2.8 के तहत कार्रवाई की गई। पहले हरभजन पर धारा 3.3 के तहत तीन टेस्ट मैच खेलने पर प्रतिबंध लगाया गया था, लेकिन मंगलवार को न्यायमूर्ति जॉन हेंसन ने सुनवाई के बाद उन पर धारा 2.8 के अंतर्गत कार्रवाई की। इस धारा के अनुसार खिलाड़ी पर दो वनडे मैचों या 1 टेस्ट मैच के खेलने पर प्रतिबंध का प्रावधान है, लेकिन भज्जी पर केवल 50 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगाने निर्णय सुनाया गया। harbhajan

दोनों कप्तानों ने दी लिखित में सहमति-पत्र : हेंसन के सामने दोनों टीम के कप्तानों ने एक पत्र पेश किया। इसमें कहा गया है कि हरभजन सिंह ने नस्लभेदी टिप्पणी नहीं की थी। इसमें स्वीकार किया गया है कि हरभजन ने कुछ ‘अपशब्द’ कहे थे। इस पर ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग, एंड्र्यू सायमंड्स, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और भारतीय कप्तान अनिल कुंबले, सचिन तेंडुलकर और टीम इंडिया के मैनेजर चेतन चौहान के हस्ताक्षर थे।

बोर्ड ने अख्तियार किया था कड़ा रुख : इस मामलें में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मैच रेफरी माइक प्रॉक्टर के फैसले के खिलाफ हरभजन की ओर से अपील की थी। बीसीसीआई ने कड़ा रुख अख्तियार किया था और साफ कह दिया था कि भारत का कोई भी खिलाड़ी नस्लभेदी हरकत कर नहीं सकता और इस ‘कलंक’ के साथ टीम का दौरा जारी नहीं रख जा सकता है।

बकनर को हटाया था आईसीसी ने : अंपायर स्टीव बकनर को सीरीज से हटाए जाने और हरभजन को अपील पर सुनवाई पूरी होने तक प्रतिबंध से छूट मिलने के बाद भारत ने दौरा जारी रखने का फैसला किया था। फिर भी अटकलें लगाई जा रही थीं कि हरभजन की अपील खारिज किए जाने की स्थिति में भारतीय टीम दौरे के बीच से ही स्वदेश लौट सकती है।

बोर्ड ने निर्णय का स्वागत किया : एडिलेड में सुनवाई के दौरान ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पों¨टग, सायमंड्स, मैथ्यू हेडन और माइकल क्लार्क ने इंटरनेशनल क्रिकेट कौंसिल (आईसीसी) के अपील आयुक्त न्यूजीलैंड के न्यायाधीश जॉन हेंसन के सामने सुनवाई के दौरान हरभजन पर नस्लभेदी टिप्पणी का आरोप वापस ले लिया। बोर्ड अध्यक्ष शरद पवार ने आईसीसी के इस निर्णय का स्वागत किया। पवार ने कहा, ‘आईसीसी के इस निर्णय के बाद भारतीय टीम का ऑस्ट्रेलिया दौरा जारी रहेगा और हम क्रिकेट की बेहतरी के लिए काम करते रहेंगे।’ उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले से क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और बीसीसीआई के वर्र्षो से चले आ रहे मधुर संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

मेलबोर्न जाएगी टीम : भज्जी पर नस्लभेद का कलंक छूटने के बाद टीम इंडिया भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शुक्रवार को मेलबोर्न में होने वाले ट्वेंटी-20 क्रिकेट मैच के लिए बुधवार को मेलबोर्न पहुंचेगी। ट्वेंटी-20 मैच के बाद अगले माह भारत, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच वनडे क्रिकेट मैचों की त्रिकोणीय सीरीज शुरू होगी, जिसका पहला मैच मेजबान ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच 3 फरवरी को खेला जाएगा। त्रिकोणीय सीरीज का फरवरी के आखिरी सप्ताह में समाप्त होगी।

ऐसा था दृश्य :sachin

* मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष क्रेग ओकोनोर एक साथ होटल से बाहर आए। इसके 15 मिनट पहले हरभजन सिंह टीम के मीडिया मैनेजर एमवी श्रीधर के साथ बाहर आ चुके थे। भज्जी के चेहरे पर जीत की खुशी झलक रही थी।

* सचिन व हरभजन ने वहां इंतजार कर रहे मीडिया प्रतिनिधियों से बात नहीं की।

* पोंटिंग, सायमंड्स, क्लार्क और मैथ्यू हेडन मीडिया से बचते हुए फेडरल कोर्ट के पिछले दरवाजे से अंदर गए।

* हेंसन अपनी एक रिपोर्ट आईसीसी को देंगे। * आईसीसी के प्रवक्ता समी-उल-हसन ने कहा कि दोनों टीमों के कप्तानों द्वारा लिखित में पेश पत्र ने हेंसन के काम को आसान कर दिया।

* सभी ने बारी-बारी से गवाही दी।

* वीआर मनोहर बतौर वकील मुंबई से ही वीडियो कांफ्रेंसिंग से हरभजन की ओर से जिरह की। उन्होंने सायमंड्स के कुछ सवाल भी किए।

* 5.30 घंटे हुई सुनवाई ।

‘इस निर्णय से हम बहुत खुश हैं। अब टीम इंडिया वनडे सीरीज पर ध्यान देगी ओर बुधवार को सभी खिलाड़ी ट्वेंटी-20 मैच के लिए मेलबोर्न रवाना होंगे।’निरंजन शाह, सचिव, बीसीसीआई-------

अब सारे विवाद मिट गए हैं। इस फैसले से टीम ने राहत की सास ली है। अब सभी क्रिकेट पर ध्यान देंगे।’पीटर यंग, प्रवक्ता, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया

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