..तो होगी सख्त कार्रवाई
इंदौर. क्या शहर में हर तरफ कलेक्टर और एसपी जाकर स्थिति संभालेंगे? आप लोग किस लिए हैं? अब यदि किसी थाना क्षेत्र में तनाव हुआ और कार्रवाई में ढिलाई बरती गई तो संबंधित सिपाही से लेकर एडीशनल एसपी तक को निलंबित कर विभागीय जांच करूंगा।
शुक्रवार सुबह डीआईजी वी. मधुकुमार कड़क लहजे में यह बात कहते नजर आए। अवसर था टीआई और सीएसपी मीटिंग का। एसपी अंशुमान यादव जब पुलिस कंट्रोल रूम में यह बैठक ले रहे थे तब अचानक डीआईजी आए और गुरुवार रात मोरसली गली में तनाव की घटना पर नाराजगी व्यक्त की।
वे बोले कम बल की बात कहकर व्यवस्था बिगड़ने नहीं दी जा सकती। मोबाइल व अन्य सुविधाएं भी पहले के मुकाबले ज्यादा हैं फिर क्यों हालात बिगड़ने के बाद ही आपको पता चलता है?
डीआईजी मात्र पांच मिनट रुके। इसके बाद एसपी ने कहा मोहर्रम के दौरान किसी भी सिपाही या अधिकारी की लापरवाही पाई जाती है तो वे विभागीय कार्रवाई के लिए तैयार रहें। उन्होंने अखाड़ों और जुलूस के दौरान सावधानी बरतने के निर्देश भी दिए।
700 जवानों का अतिरिक्त बल :एसपी ने कहा मोर्हरम के दौरान आरएएफ की एक कंपनी, एसटीएफ की एक कंपनी, आरएपीटीसी के साथ एसएफ के तीन असिस्टेंट कमांडेंट सहित 700 जवानों का अतिरिक्त बल तैनात रहेगा।
जरूरत के मुताबित वॉच टॉवर और पिकेट्स भी लगेंगे। जुलूस के रास्ते में पड़ने वाले धार्मिक स्थलों पर भी कड़ी निगरानी रहेगी।
नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों को मिलेंगे हेलमेट और डंडे : नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों को जुलूस के साथ तैनात किया जाएगा। पांच-पांच सदस्यों की टीम एडीशनल एसपी, सीएसपी तथा टीआई के निर्देशन में कार्य करगी। उन्हें सुरक्षा के लिए हेलमेट, गार्ड और डंडे भी दिए जाएंगे।
वीडियोग्राफी होगी :
जुलूस और अखाड़ों के दौरान पुलिस के कैमरामैन भी तैनात रहेंगे। इससे हर आने-जाने वाले शख्स की वीडियोग्राफी हो जाएगी और शरारती तत्वों को पकड़ लिया जाएगा।
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