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Monday, December 17, 2007

ताउम्र ताजगी के सूत्र

तंदुरुस्ती हजार नियामत, सच है। जाहीर है, तभी सेहत बरकरार रखने के लिए लोग तमाम प्रयास करते रहते हैं। लेकिन, पते की बात यह है कि बिना किसी प्रयास और ताउम्र ताजगी के सूत्रखर्च के भी आप ताउम्र पूरी तरह स्वस्थ रह सकते हैं। बस, बनाना हैं आपको कुछ नीयम..

ताजा फल-सब्जी खाएं
आपका शरीर चलता-फिरता, यानी जीवित है। तो तय है की उसके ठीक से चलते-फिरते रहने के लिए उसे भोजन भी जीवित, यानी बिल्कुल ताजा चाहिए। इसलिए ताजा और शाकाहारी, कच्ची और हल्की पकी चीजों के साथ जितना संभव हो ताजा फल खाएं। ये तत्व ही प्रतिरक्षा तंत्र को प्रभावशील और बेहतर तरीके से काम करने के लिए शक्ति देते हैं। हां, कैमिकल्स के प्रयोग से पैदा फल-सब्जी खाने से बचें।

इस तरह खाएं फल
आमतौर पर लोग फल भोजन के साथ ही खाते हैं। जबकि हक़ीक़त में फल अकेला ही खाना चाहिए, भोजन या किसी दूसरी चीज के साथ नहीं, फिट फॉर लाइफ बुक सीरीज के लेखक हार्वे डायमंड कहते हैं। कारण, किसी दूसरी चीज की बनिस्बत, फल तेजी से ऊर्जा में बदलता है। अकेला खाने पर फल पेट में क्षारीय रूप में पहुंचता है, जबकि दूसरी चीजों के साथ खाने पर एसिड के रूप में पहुंचता है। नतीजतन, ठीक से पचता नहीं और विषाक्त भी हो सकता है।

सलाद जरूर लें
सलाद एकदम जैविक चीज है। अनेक शोध और अध्ययन खुलासा करते हैं कि पौष्टिक तत्वों से भरपूर सलाद कैंसर जैसी ख़तरनाक बीमारी के साथ अन्य तमाम रोगों से भी दूर रखता है।

मांसाहार कम से कम
एंटीबॉयोटिक्स और कृत्रिम हार्मोंस के साथ अधिक मात्रा में मांसाहार और पॉल्ट्री खाद्य-पदार्थ रोगों की खान हैं। हमारे लसिका-तंत्र (लिम्फ-सिस्टम) की रचना ऐसी नहीं है, जो इन्हें नियंत्रित कर सके या बाहर निकाल सके। इसलिए यह शरीर में बढ़ते रहते हैं और विषैला रसायन एकत्रित करते हैं। इससे धीरे-धीरे प्रतिरक्षा-तंत्र कमजोर हो जाता है।

डेयरी-उत्पाद भी घटाएं
डेयरी-उत्पाद बहुत से लोगों के लिए स्वास्थ्य का दुश्मन है। दरअसल इनमें फायदेमंद फाइबर और काबरेहाइड्रेट्स नहीं होता, बल्कि भरपूर फैट और कोलेस्टोरॉल पाया जाता है। डेयरी-उत्पाद अधिकतर एलर्जी, अपच, मोटापा, दिल की बीमारी, ओस्टियोपोरोसिस और कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

पानी ख़ूब पिएं
दिन भर की भागदौड़, काम और वाष्पीकरण में रोजाना शरीर का क़रीब दो लीटर पानी खर्च हो जाता है, जिसकी पूर्ति करना जरूरी होता है। आपको रोजाना कम से कम आठ-दस गिलास पानी पीना ही चाहिए। पानी दिल की जलन, पीठ दर्द, सिर दर्द, पेट की ख़राबी, डायबिटीज, दिल की बीमारियों यहां तक कि कैंसर जैसे रोगों से बचाने के साथ उनके इलाज में भी मददगार होता है।

एक्सरसाइज आवश्यक
निस्संदेह रोजाना की नियमित एक्सरसाइज आपको न सिर्फ बीमारियों से बचाती है, बल्कि तन-मन में चुस्ती-फुर्ती और व्यक्तित्व में भी बदलाव लाती है।

सकारात्मक सोच रखें
आपका सोच और व्यवहार जीवन की महत्वपूर्ण बात है। जीवन में क्या सही-ग़लत हो रहा है, यह इन्हीं पर टिका होता है। जीवन को आधे भरे गिलास की तरह देखें, आधे खाली की तरह नहीं।

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