अब सबसे आगे मुरलीधरन

कैंडी: श्रीलंका के ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन का नाम सोमवार को क्रिकेट इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया। अब ऑस्ट्रेलिया के शेन वार्ने की जगह वे टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। इंग्लैंड के बल्लेबाज पॉल कालिंगवुड उनका 709 वां शिकार बने।
मुरली ने यह उपलब्धि 116 वें टेस्ट में अर्जित की। उनके इस घरेलू मैदान में दर्शक पिछले दो दिनों से इस उपलब्धि का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। ऑस्ट्रेलिया के दौरे में दो टेस्ट मैचों में सिर्फ चार विकेट अर्जित करने वाले मरली ने टेस्ट के दूसरे दिन रविवार को चार विकेट लेकर वार्ने 708 विकेटों के रिकार्ड की बराबरी कर ली थी। लेकिन वर्षा के कारण खेल रुक जाने के कारण उन्हें वार्ने का रिकार्ड तोड़ने के लिए आज तक इंतजार करना पड़ा।
मुरली को अपने घरेलू मैदान में दिन के 10 वें ओवर तक रिकार्ड विकेट का इंतजार करना पड़ा। इससे पहले कालिंगवुड और साइडबाटम ने मुरली समेत दूसरे सभी गेंदबाजों का सामना बहादुरी से किया।
मुरली ने अपने दूसरे स्पैल में जैसे ही दूसरा के जरिए कालिंगवुड को चलता किया पूरा मैदान खुशी से झूम उठा।
वास्तव में मुरली ने तीसरी बार सर्वाधिक विकेट हासिल करने का मुकाम हासिल किया है। 2004 में उन्होंने वेस्टइंडीज के कर्टनी वाल्श के सर्वाधिक विकेटों के रिकार्ड को अपने नाम कर लिया था। इसके कुछ समय बाद वार्ने उनकी बराबरी पर आ गए थे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मुरली फिर वार्ने से आगे निकल गए थे। इसके बाद कंधे की चोट के कारण उन्हें काफी समय तक अंतर्राष्ट्रीय कैरियर से बाहर रहना पड़ा। नतीजतन वार्ने उनसे आगे निकल गए। वापसी के बाद मुरली लगातार उनका पीछा करते रहे। आज जाकर मुरली को निर्विवाद रूप से नंबर वन गेंदबाज का तमगा हासिल हुआ है। वार्ने के संन्यास लेने के बाद अब मुरली को चुनौती देने वाला कोई गेंदबाज नहीं बचा है। हालांकि वे यहां नहीं रुकना चाहते। रिटायरमेंट से पहले वे 1000 विकेट लेने की हसरत रखते हैं।
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