कुछ कुछ होता है कैटरीना को

कूल कैटरीना की फेवरिट हीरोइन हैं काजोल, जिनकी ‘कुछ कुछ होता है’ देखने से उन्हें भी कुछ कुछ होने लगता है। मगर लगता है, उन्हें सलमान के बारे में पूछने पर कुछ नहीं, बहुत कुछ होने लगता है, तभी तो वह उनके बारे में बात करना पसंद नहीं करतीं हैं। कैटरीना कैफ से सलमान के अलावा किसी भी मुद्दे पर आसानी से बात की जा सकती है। हमने उनसे जीवन के कुछ पहलुओं पर बात की, तो पाया कि वह सिर्फ़ सुंदर ही नहीं, बल्कि बहुत बुद्धिमान और इमोशनल भी हैं।
प्यारी याद बचपन का एक वाक़या मुझे बराबर याद आता है। उन दिनों हम इंग्लैंड में रहते थे। हम सारे दोस्त टीवी पर कोई हिंदी फिल्म देख रहे थे। उन दिनों इंग्लैंड में चैनल फोर पर हफ्ते में एक बार हिंदी फिल्म दिखाई जाती थी, जिसे हम ज़रूर देखते थे। मुझे याद है कि एक बार एक फिल्म में एक डांसिंग सीन चल रहा था। साथ में हीरो-हीरोइन गाना भी गा रहे थे। इस पर मेरे ब्रिटिश दोस्त हंसने लगे। उस समय यह बात चल निकली कि क्या मैं ऐसा कोई सीन कर सकती हूं? मुझे नहीं याद कि मेरी बात क्यों चली थी, पर चली ज़ोरों से थी। मैं भी उन सबसे भिड़ गई कि हां, मैं भी नाच-गा सकती हूं। उसके कई बरसों बाद जब मैं मुंबई आई और पहली फिल्म साइन की, तो उसी तरह नाचने-गाने का पहला सीन शूट किया। उस व़क्त मुझे अपने दोस्तों की बड़ी याद आई। मैं चाहती थी कि वे इस व़क्त मेरा वह सीन देखें और जान लें कि मैंने कर दिखाया है। पर वे सब न जाने कहां हैं। अब मुझे वे दिन बहुत याद आते हैं।
पसंद मुझे सिर्फ़ दो हिंदी फिल्में पसंद हैं, जिनमें से एक है ‘कुछ कुछ होता है’। इस फिल्म को देखने पर सचमुच कुछ कुछ होने लगता है। काजोल पर तो मैं पूरी तरह फिदा हूं। इसके अलावा मुझे काजोल की ही एक और फिल्म ‘फ़ना’ पसंद है। दोनों ही फिल्मों में काजोल ने क्या काम किया है। वैसे, मैं •यादातर इंग्लिश फिल्में ही देखती हूं।
घर का सपना मेरा सपना है कि मुंबई में मेरा एक बड़ा-सा बंगला हो। यह सच में मेरे लिए एक बड़ा सपना है। शायद पांच-दस साल में मैं यह सपना पूरा कर पाऊं, पर फिलहाल कुछ ही दिनों में मैं हैंपस्टीड में एक घर ख़रीद लूंगी। इतना पैसा तो मैंने कमा लिया है।
डर लगता है हर कोई चिंता करता है कि अगर उसे सही समय पर सही मौक़ा नहीं मिला, तो? इस डर से बाहर निकलने का सही तरीक़ा है- बी पॉजिटिव। मुझे भी असफलता से डर लगता है, पर मैं अपने निगेटिव विचारों को भी पॉजिटिव में बदल देती हूं।
अफवाहें मेरे बारे में अफवाहें उड़ती ही रहती हैं। फिर भी मुझे उनसे डर लगता है। शादी के बारे में तो रोज़ ही उड़ती हैं। सबसे बुरी अफवाह यह थी कि मैं संजय लीला भंसाली की ‘सांवरिया’ में लीड रोल कर रही हूं। सब जानते हैं कि शुरू से ही ऐसी कोई बात नहीं थी, फिर भी ऐसी ख़बर फैली। इससे मुझे डर लगता है कि यहां आपके बारे में कुछ भी फैलाया जा सकता है और सबसे डरने वाली बात यह है कि लोग इन अफवाहों को सच भी मान भी लेते हैं।
आऊटिंग मैं बाहर घूमना •यादा पसंद नहीं करती, इसलिए मेरी पसंदीदा जगह एक कॉफी शॉप है। बांद्रा में बरिस्ता। मैं यहां हमेशा जाती हूं और घंटों बैठी रहती हूं। यूं व़क्त गुज़ारना मुझे अच्छा लगता है।
लव फॉर मी मेरे लिए प्यार वैसा नहीं है, जैसा हिंदी फिल्मों में दिखाया जाता है। अगर आपका साथी आपको हंसा सकता है, दुख के पलों में भी गुदगुदा सकता है, तो वही सच्च प्यार है। वही लम्हे जीवन के सबसे अनमोल लम्हे हैं। प्यार का मतलब होता है, पूरी तरह स्वीकार करना। जो भी आपके जीवन में आया है, उसे बांहें फैलाकर स्वीकार करना। उससे कोई मांग न रखना। सिर्फ़ देना ही प्यार है। उसके बदले कुछ पाने की तमन्ना सौदा है। प्यार के बदले प्यार मांगना भी ग़लत है। अगर आपके प्यार में दम है, तो बिना मांगे ही आपको प्यार के बदले प्यार मिल जाएगा।
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