2008 में कंप्यूटर को 10 बड़े खतरे
नई दिल्ली. नए साल में साइबर दुनिया में नए तरह के खतरे भी सामने होंगे। कंप्यूटर विशेषज्ञों ने दस ऐसे बड़े खतरों की पहचान की है, जो नए साल में आपके पर्सनल कंप्यूटर और इंटरटेनमेंट उपकरणों के जरिए बड़ी चपत लगा सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार अगले साल चीन में ओलंपिक शुरू हो रहे हैं। अत: हैकर्स इसके प्रति लोगों की जिज्ञासाओं का लाभ उठाकर साइबर हमले कर सकते हैं। पहले वायरस स्पेसीफिक आपरेटिंग सिस्टम के लिए बनते थे, जबकि नए वायरस डायनामिक नेचर के होंगे और जैसा आपरेटिंग सिस्टम होगा उसी के अनुरूप उनका कोड चेंज हो जाएगा। इस तरह ये आईफोन और मैक को भी अपनी चपेट में लेने में सक्षम होंगे।
वेब 2.0 खास निशाना
हैकर्स विशेष ग्रुप और प्रोफेशन के लोगों को निशाना बनाने के लिए वेब 2.0 पर अपनी गतिविधियां बढ़ा सकते हैं। इनमें चैटरूम, आटोमोबाइल व ट्रैवल साइट होती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार हैकर्स अब क्रिप्टो-बायरोलोजी के जरिए और सशक्त हो गए हैं। वे एंटीवायरस को उड़ाने में सक्षम और मीडिया फाइल के साथ वायरस भेजने की तकनीक से भी लैस हैं।
इतना ही नहीं इंटरनेट प्रोटोकाल और वायस कांफ्रेंसिंग भी अब उनकी पहुंच से दूर नहीं है। वे आपके सिस्टम से कोड हासिल करेंगे और फिर आपके लैंडलाइन फोन तक पहुंच सकते हैं। फाल्स कॉल के जरिये प्रलोभन देकर आपको मोटी चपत लगा सकते हैं।
1. ओलंपिक के नाम से नए साइबर अटैक।
2. छदम ब्लाग और बेवसाइट्स।
3. वेब की ‘कमजोर कड़ी’ का इस्तेमाल।
4. कंप्रोमाइज्ड वेबसाइट्स का लांच पैड की तरह हमले के लिए इस्तेमाल।
5. मेक, आइफोन, वायस कांफ्रेंसिंग आदि आपरेटिंग सिस्टम भी सुरक्षित नहीं।
6. विशेष ग्रुप और प्रोफाइल के लोगों पर नजर।
7. एंटीवायरस को ध्वस्त करना।
8. डाटा चोरी और छेड़छाड़।
9. कानून व्यवस्था को धत्ता बताना।
10. सेल फोन और लैंडलाइन कालिंग सिस्टम तक पहुंच।
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