शार्ट टर्म गेन ज्यादा फायदेमंद
मुंबई. कोई आपसे कहे की 33.66% का आंकड़ा 14.025% से भी कम है, तो आप क्या कहेंगे? इसमें 33.66% नान-इक्विटी शार्ट टर्म कैपिटल गेन है। वहीं 14.025% का आंकड़ा नान-इक्विटी म्यूचुअल फंडों पर शार्ट टर्म कैपिटल गेन है।
स्वाभाविक है की आप कम टैक्स वाला आंकड़ा चुनेंगे। संदीप शानबाग ने अपनी किताब एवरीथिंग यू वांटेड टू नो अबाउट इनवेस्टिंग में लिखा है कि शार्ट टर्म कैपिटल गेन कमाना डिविडेंड इनकम से बेहतर है। कीताब में निवेश विशेषज्ञों के कई आलेख शामील हैं।
मनसुखभाई और हीरालाल 33.66% के टैक्स ब्रैकेट में आते हैं। दोनों ने बांडों में 10 लाख रुपए लगाए हैं। एक साल बाद योजना में 12% रिटर्न मिलता है। यह डिविडेंड की तरह देने का फैसला होता है। मनसुखभाई ने डिविडेंड का विकल्प चुना। उन्हें 1.2 लाख रुपए का डिविडेंड मीलना चाहीये।
दूसरी तरफ हीरालाल ने स्कीम का ग्रोथ आप्शन चुना। सालभर पूरा होने के एक दिन पहले उन्होंने स्कीम में से 1.2 लाख रुपए निकाल लिए। वह 1.2 लाख रुपए के यूनिट बेच देते हैं। इसलिए मनसुखभाई को पूरी राशि 1.2 लाख रुपए डिविडेंड की तरह नहीं मिलते। उन्हें केवल 1,05,420 रुपए का डिविडेंड मीलता है।
शानबाग ने किताब में लिखा है कि मनसुखभाई को 1,05,420 रुपए का डिविडेंड मिलता है, क्योंकि म्यूचुअल फंड को 14,760 रुपए का डिस्ट्रिीब्यूशन टैक्स देना पड़ता है। यह 1,05,240 रु.का 14.025% है। दोनों मिलाकर 1.20 लाख रु. होते हैं।
हीरालाल के मामले में क्या हुआ, देखते हैं। उसे 12% रिटर्न का मतलब है कि नेट असेट वैल्यू (नेव) 11.20 रु. तक चला जाएगा। शानबाग लिखते हैं कि 1,20,000 रु. निकालने के लिए उसे 10,714 यूनिट बेचने होंगे। हीरालाल 1.20 लाख रुपए मूल्य की यूनिट बेचता है, इस पर टैक्स नहीं लगता। उस पर केवल कैपिटल गेन टैक्स लगेगा।
हीरालाल ने 10 रुपए में यूनिट खरीदे थे, इसलिए 10,714 यूनिट का खरीदी मूल्य 107140 रुपए था। इसलिए कैपिटल गेन 12,680 रुपए हो जाएगा। इस पर 33.66% की दर से टैक्स लगाया जाए तो 4330 रुपए बनता है। हीरालाल को 1,15,760 रुपए मिलेंगे। यह मनसुखभाई के मुकाबले करीब 10000 रुपए ज्यादा है।
अगर हीरालाल दो दिन और इंतजार करता और यूनिट सालभर पूरा होने के एक दिन बाद बेचता तो तब उसे 10% कैपिटल गेन टैक्स या 20% कैपिटल गेन टैक्स इंडेक्सेशन (जो भी कम हो) देना पड़ता। शानबाग लिखते हैं, एक गलत धारणा यह है कि शार्ट टर्म गेन में कोई फायदा नहीं है क्योंकि इस पर सामान्य दर से टैक्स लगता है।
0 comments:
Post a Comment